फर्जी प्रोफाइल आपकी जानकारियां चुरा रहा है।


सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल आम यूजर के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। फर्जी प्रोफाइल के जरिए यूजर को वायरस वाले आकर्षक लिंक भेजे जाते हैं। लिंक को खोलते ही आपकी जानकारियां तीसरे पक्ष के पास पहुंच जाती हैं।
ऐसा ही एक वाकया इजरायली सैनिकों के साथ जुलाई 2018 में हुआ। जब फर्जी सोशल मीडिया खातों पर आकर्षक युवाओं की तस्वीर लगा कर उनसे संपर्क किया गया। इस दौरान वायरस युक्त फुटबॉल और डेटिंग एप डाउनलोड करने के लिए सैनिकों को बहलाया गया। इन एप्स के पीछे हमास समर्थित साइबर आपराधियों की फौज थी। इन एप्स को डाउनलोड करते ही सैनिकों के फोन के कैमरे, यूजर्स की लोकेशन, संपर्क और फोटो तक अपराधियों की पहुंच हो गई।

हाल के एक मामले में अभिनेता ह्यूग जैकमैन के नाम से नकली खाते बनाकर दान की अपील की गई थी। इसके बाद जैकमैन ने खुद ट्विटर पर आकर लोगों को फर्जी खाते की जानकारी दी और उनसे दूर रहने को कहा।
ऐसा ही एक वाकया इजरायली सैनिकों के साथ जुलाई 2018 में हुआ। जब फर्जी सोशल मीडिया खातों पर आकर्षक युवाओं की तस्वीर लगा कर उनसे संपर्क किया गया। इस दौरान वायरस युक्त फुटबॉल और डेटिंग एप डाउनलोड करने के लिए सैनिकों को बहलाया गया। इन एप्स के पीछे हमास समर्थित साइबर आपराधियों की फौज थी। इन एप्स को डाउनलोड करते ही सैनिकों के फोन के कैमरे, यूजर्स की लोकेशन, संपर्क और फोटो तक अपराधियों की पहुंच हो गई।

1. फर्जी सोशल मीडिया खातों के पीछे का मकसद किसी विशिष्ट यूजर्स को बरगलाकर उसकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा लेने की होती है।
 2. हैकर फर्जी खातों के जरिए यूजर्स को दुर्भावनापूर्ण लिंक को डाउनलोड करने के लिए मजबूर करता है जिससे वायरस या मैलवेयर फैल सकता है।

3. सावधानी बरत कर बच सकते हैं ’ यूजर्स फर्जी सोशल मीडिया खातों के प्रति सचेत रहकर इस तरह की धोखाधड़ी से बच सकते हैं ’ यूजर्स को किसी भी तरह की अनाम फाइल या एप को खोलने से बचना चाहिए ’ साइबर अपराधियों द्वारा आकर्षक फोटो और अन्य जानकारियों से लुभाने की कोशिश की जाती है ’ लेकिन यूजर्स को इस तरह की फर्जी फाइलों या लिंक को खोलने से बचना चाहिए

4. साइबर अपराधियों द्वारा जासूसी करने, दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजने और वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का तेजी से उपयोग किया जा रहा है। आरएसए सिक्योरिटी की अप्रैल की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में सोशल मीडिया धोखाधड़ी के मामले में 43 फीसदी बढ़े हैं।

5. ’ इन एप को डाउनलोड करते ही सैनिकों के फोन के कैमरे, यूजर्स की लोकेशन और फोटो तक अपराधियों की पहुंच हो गई।
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