मच्छरों का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है। आइए जानते है !

आज हम एक खास पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, इस पौधे को सत्यानाशी कहते हैं। यह पौधा हमारे घरों के आसपास, सड़कों के किनारे अपने उग आता है, यह छोटे छोटे काँटों वाला पौधा होता है। इसमें पीले रंग के फूल होते हैं, अक्सर लोग इसे खरपतवार समझकर इस पौधे को उखाड़ देते हैं, पर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बहुत से गुणों से भरपूर होता है। 

 

मच्छरों को रखता है दूर

ये मच्छरों को दूर करने में काफी कारगर है। इसकी गंध मच्छरों के लिए अनुकूल नही होती है, इसलिए यदि घर में सत्यानाशी का पौधा लगा लिया जाये तो इससे मच्छर घर में नही आते हैं।  



त्वचा रोगों में कारगर

इस पौधे में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो त्वचा के संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इसकी डंडी को तोड़ने पर निकलने वाले तरल पदार्थ को त्वचा पर लगाने से त्वचा के रोग जैसे एक्जिमा, फोड़े, खुजली आदि ठीक हो जाते हैं।




घाव ठीक करता है

अगर कोई घाव काफी लंबे समय से ठीक नही हो रहा है तो इस पौधे की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकालकर उसे पेस्ट के रूप में घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है।



अस्थमा के लिए

अस्थमा के लिए भी सत्यानाशी का पौधा लाभकारी होता है, इसके लिए इसकी जड़ निकालकर सुखा लें और सूखी हुई जड़ों को पीसकर पाउडर बना लें और आधे ग्राम की मात्रा में दूध या पानी के साथ सेवन करें, इससे अस्थमा में बहुत राहत मिलती है।
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