आखिर क्या है सच इस पेंटिंग का आइये जानते है।

कभी कभी जैसा हम देखते है और जिसको देख कर हम अपनी ही आँखों पर विश्वास नहीं कर पते है। आज जो पेंटिंग देखने जा रहे है। उन्हें कलाकार ने इतनी खूबसूरती से पेंट किया है. जिन्हें देखकर आप हैरान रह जाएंगे। 

इस पेंटिंग को देखकर समझ पाना बहुत ही मुश्किल है, कि इसमें क्या पेंटिंग है और क्या हकीकत है। इस में एक आदमी नक्शा देख रहा है और नक़्शे में लोग समा रहे हैं। समझ नहीं आ रहा पेंटिंग कहाँ से शुरू हुई है, कहाँ खत्म।


पेंटिंग में बच्चे पेड़ से लटकते हुए झूलों पर झूला झूलते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन देखने से ऐसा लग रहा हैं, वो पेड़ किसी और ही दुनिया के ऊपर लगा हुआ हैं। उस पेड़ के पास ही नीचे की तरफ इमारते और दूसरे पेड़ नज़र आ रहे हैं।


ये पूरी पेंटिंग है जबकि देखने से ऐसा लग रहा है कोई तस्वीर है, जिसमें बच्चे डॉल हाउस से खेल रहे हैं और बाकी के लोग कुछ न कुछ काम कर रहे हैं।


देखने से यह ऐसा लग रहा है, जैसे किसी दीवार पर बनी हुई खिड़की है और उसके बाहर इस तरह का सीन है। लेकिन सच में ये पेंटिंग्स हैं। जिन्हें दीवार और इस तरह से बनाया गया है।


इस तस्वीर में एक लड़की गार्डन में बैठकर एक ट्रे से निकाल कर गुब्बारे उड़ा रही हैं। वही गुब्बारे ऊपर उठ कर आसमान में बादल बन जा रहे हैं। कितनी खूबसूरत कल्पना हैं।


कलाकार की कल्पना कितनी अद्भुत है, एक लड़का बाहर से सबको पजल्स के टुकड़े दे रहा है, वो लोग उन पजल्स के टुकड़ों से आसमान को जोड़ रहे हैं।


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